भारत के प्रमुख बायोस्फीयर रिजर्व (Biosphere Reserves In India) सूची (List), पूरी जानकारी प्रत्येक के बारे में विशेष जानकारी दी गई है |
इस पोस्ट में हम भारत में स्थित बायोस्फीयर रिजर्व के बारे में पूरी जानकारी जाने वाले हैं | यह टॉपिक सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अति महत्वपूर्ण हैं, तो आप इसे पूरा जरूर पढ़ें |
महत्वपूर्ण बिंदु -
बायोस्फीयर रिजर्व क्या है ?
स्थलीय, तटीय या समुद्री क्षेत्रों में पारिस्थितिकी तंत्र को संरक्षित करने के लिए और वहां पर स्थित वनस्पति और जीव के साथ मनुष्यों के भी संरक्षण के लिए बायोस्फीयर रिजर्व घोषित किए जाते हैं | बायोस्फीयर रिजर्व में ना सिर्फ किसी क्षेत्र की वनस्पति या जीव जंतु, बल्कि वहां पर रहने वाले स्थानीय लोगों की भी और उनके संस्कृति को भी संरक्षित और अनुसंधान करना है |
बायोस्फीयर रिजर्व की शुरुआत UNESCO के मैन एंड बायोस्फीयर कार्यक्रम (MAB) के तहत 1971 में हुआ | और विश्व में 1979 में पहला बायोस्फीयर रिजर्व घोषित हुआ |
भारत में पहला बायोस्फीयर रिजर्व 1986 में नीलगिरी बायोस्फीयर रिजर्व को घोषित किया | यूनेस्को के साथ भारत सरकार भी बायोस्फीयर रिजर्व की घोषणा करता है जैसे कि अभी भारत में 18 बायोस्फीयर रिजर्व हैं उनमें से 12 को यूनेस्को द्वारा मान्यता प्राप्त है |
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बायोस्फीयर रिजर्व का उद्देश्य मनुष्य और प्रकृति के बीच में संतुलन (Balanced Relationship) बनाए हुए रखना |
बायोस्फीयर रिजर्व के कार्य
- संरक्षण -बायोस्फीयर रिजर्व में पारिस्थितिकी तंत्र और विविध संस्कृति का संरक्षण करना |
- सतत विकास – उस क्षेत्र में सामाजिक सांस्कृतिक और पर्यावरण के क्षेत्र में सतत विकास करना जिससे परिस्थिति तंत्र को नुकसान ना हो |
- शिक्षा और अनुसंधान – बायोस्फीयर रिजर्व में अनुसंधान निगरानी शिक्षा आदि |
बायोस्फीयर रिजर्व के जोन
- कोर जोन (Core Zone)
- यह बायोस्फीयर रिजर्व का सबसे अंदर वाला हिस्सा होता है जो कि सबसे ज्यादा सुरक्षित होता है और यहां पर किसी भी तरह की गतिविधि नहीं की जाती हैं |
- यहां पर मानव गतिविधि पर भी रोक होती हैं |
- बफर जोन (Buffer Zone)
- यह कोर जोन और बाहरी जोन के बीच में होता है |
- यहां पर वैज्ञानिक अनुसंधान निगरानी प्रशिक्षण आदि गतिविधियां होती हैं तथा मानव गतिविधियों की भी अनुमति होती हैं |
- लेकिन यहां पर गतिविधियां सीमित मात्रा में ही होती हैं, जिससे कोर जोन प्रभावित ना हो |
- संक्रमण जोन (Transition Zone)
- यह बायोस्फीयर रिजर्व का बाहरी क्षेत्र होता है जहां पर मानव बस्तियां भी निवास करती हैं |
- यहां पर सतत विकास के विभिन्न कार्य जैसे – आर्थिक और मानवीय गतिविधियां होती हैं |
बायोस्फीयर रिजर्व के महत्वपूर्ण तथ्य
- भारत में वर्तमान में कुल 18 बायोस्फीयर रिजर्व हैं जिनमें 12 UNESCO की MAB (Men And Biosphere) सूची में शामिल हैं | पूरी जानकारी आगे दी गई हैं |
- भारत का पहला बायोस्फीयर रिजर्व नीलगिरी बायोस्फीयर रिजर्व हैं, जिसे 1986 में घोषित किया गया था | इसका क्षेत्र कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में फैला हुआ है और इसे ही सर्वप्रथम 2000 में यूनेस्को MAB कार्यक्रम में शामिल किया था |
- भारत का सबसे बड़ा बायोस्फीयर रिजर्व कच्छ का रण बायोस्फीयर रिजर्व (गुजरात) है, जिसका क्षेत्रफल 12,450 वर्ग किलोमीटर है |
- भारत का सबसे छोटा बायोस्फीयर रिजर्व डिब्रू सैखोवा बायोस्फीयर रिजर्व (असम) हैं, जिसका क्षेत्रफल 760 वर्ग किलोमीटर है |
- भारत का नवीनतम 18th बायोस्फीयर रिजर्व मध्य प्रदेश का पन्ना है |
भारत में बायोस्फीयर रिजर्व की सूची | Biosphere Reserves List
1. | नीलगिरी बायोस्फीयर रिजर्व | तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल | 1986 | 2000 |
2. | नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व | उत्तराखंड | 1988 | 2004 |
3. | नोकरेक बायोस्फीयर रिजर्व | मेघालय | 1988 | 2009 |
4. | ग्रेट निकोबार बायोस्फीयर रिजर्व | अंडमान और निकोबार | 1989 | 2013 |
5. | मन्नार की खाड़ी | तमिल नाडु | 1989 | 2001 |
6. | मानस बायोस्फीयर रिजर्व | असम | 1989 | – |
7. | सुंदरबन | पश्चिम बंगाल | 1989 | 2001 |
8. | सिमलीपाल | उड़ीसा | 1994 | 2009 |
9. | डिब्रू सैखोवा | असम | 1997 | – |
10. | देहांग दिबांग | असम | 1998 | – |
11. | पचमढ़ी | मध्य प्रदेश | 1999 | 2009 |
12. | कंचनजंगा | सिक्किम | 2000 | 2018 |
13. | अगस्तमलाई | तमिल नाडु | 2001 | 2016 |
14. | अचानकमार-अमरकंटक | मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ | 2005 | 2012 |
15. | कच्छ बायोस्फीयर रिजर्व | गुजरात | 2008 | – |
16. | कोल्ड डेजर्ट | हिमाचल प्रदेश | 2009 | – |
17. | श्रीशैलम | आंध्र प्रदेश | 2010 | – |
18. | पन्ना बायोस्फीयर रिजर्व | मध्य प्रदेश | 2011 | 2020 |
भारत के प्रमुख बायोस्फीयर रिजर्व
1.नीलगिरी बायोस्फीयर रिजर्व
- नीलगिरी भारत का पहला बायोस्फीयर रिजर्व हैं जिसे 1986 में घोषित किया और सन 2000 में यूनेस्को में शामिल किया |
- यह तमिलनाडु केरल और कर्नाटक में फैला हुआ है |
- संरक्षित क्षेत्र –
- मधुमलाई टाइगर रिजर्व
- वायनाड वन्य जीव अभ्यारण
- बांदीपुर राष्ट्रीय पार्क
- नागरहोल राष्ट्रीय पार्क
- मुकुर्थी राष्ट्रीय पार्क
- साइलेंट वैली
- पाई जाने वाली प्रजातियां –
- नीलगिरी तहर, नीलगिरी लंगूर, शेर – पूंछ वाला मकाक
2.मन्नार की खाड़ी बायोस्फीयर रिजर्व
- यह भारत का पहला समुद्री बायोस्फीयर रिजर्व हैं, जो कि तमिलनाडु राज्य में स्थित है |
- गल्फ ऑफ मन्नार राष्ट्रीय पार्क यहीं पर स्थित हैं |
- इसे 1989 में बायोस्फीयर रिजर्व घोषित किया तथा 2001 में यूनेस्को में शामिल किया |
- यहां पर कई समुद्री और प्रजातियों के साथ समुद्री गाय (dugong) भी पाई जाती हैं |
3. ग्रेट निकोबार बायोस्फीयर रिजर्व
- यह अंडमान निकोबार द्वीप समूह के सबसे दक्षिणतम द्वीप ग्रेट निकोबार में स्थित हैं |
- इसे 1989 में घोषित किया तथा 2013 में यूनेस्को (MAB List) में शामिल किया |
- संरक्षित क्षेत्र –
- कैंपबेल राष्ट्रीय पार्क
- गैलाथिया नेशनल पार्क
- प्रजातियां – खाद्य-घोंसला स्विफ्टलेट
4. अगस्तमलाई बायोस्फीयर रिजर्व
- 2001 में बायोस्फीयर रिजर्व घोषित किया तथा 2016 में यूनेस्को में शामिल हुई |
- यह पश्चिमी घाट में केरल और तमिलनाडु राज्य में स्थित हैं |
- संरक्षित क्षेत्र –
- शेंडुर्ने वन्य जीव अभ्यारण
- पेप्पारा वन्य जीव अभ्यारण
- मुंडनथुराई टाइगर रिजर्व
- नेय्यार वन्य जीव अभ्यारण
- यहां पर बंगाल टाइगर एशियाई हाथी और नीलगिरी तहर पाए जाते हैं |
5. श्रीशैलम बायोस्फीयर रिजर्व
- आंध्र प्रदेश में श्री सेलम को 2010 में बायोस्फीयर रिजर्व का दर्जा दिया गया |
- यह आंध्र प्रदेश के चित्तूर और कडप्पा जिलों में फैला हुआ है |
- यहां पर प्रमुख रूप से पतला लोरिस (slender loris) पाई जाती हैं |
6. सुंदरबन बायोस्फीयर रिजर्व
- विश्व के सबसे बड़े डेल्टा सुंदरवन में बायोस्फीयर रिजर्व स्थित है |
- यह भारत में पश्चिम बंगाल राज्य में स्थित है |
- इसे 1989 में बायोस्फीयर रिजर्व घोषित किया तथा 2001 में UNESCO में शामिल किया |
- संरक्षित क्षेत्र –
- सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान
- सजनेखाली वन्य जीव अभ्यारण
- हालीडे वन्य जीव अभ्यारण
- लोथियान वन्य जीव अभ्यारण
- यह रॉयल बंगाल टाइगर के लिए प्रसिद्ध है |
7. सिमलीपाल बायोस्फीयर रिजर्व
- उड़ीसा के मयूरभंज जिले में स्थित सिमलीपाल को 1994 में बायोस्फीयर रिजर्व घोषित किया, जिसे 2009 में यूनेस्को में शामिल किया |
- यहां पर साल वृक्षों का सबसे बड़ा क्षेत्र है |
- संरक्षित क्षेत्र –
- सिमलीपाल टाइगर रिजर्व
- मयूरभंज एलीफेंट रिजर्व
- हडगढ़ वन्य जीव अभ्यारण
- कुलडीहा वन्य जीव अभ्यारण
- यहां पर बंगाल टाइगर, एशियाई हाथी गौर और चौसिंघा पाया जाता है |
8. अचानकमार अमरकंटक बायोस्फियर रिजर्व
- मध्य प्रदेश के अनूपपुर और डिंडोरी जिले में छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में फैले हुए इस क्षेत्र को 2005 में आयोजित किया तथा 2012 में यूनेस्को में शामिल किया |
- संरक्षित क्षेत्र – अचानकमार वन्य जीव अभ्यारण
- यहां पर प्रमुख रूप से भारतीय जंगली कुत्ता, सारस, चार सींग वाला मृग, आदि पाए जाते हैं |
9. पचमढ़ी बायोस्फीयर रिजर्व
- मध्यप्रदेश में सतपुड़ा की पहाड़ियों में स्थित पंचमढ़ी को 1999 बायोस्फीयर रिजर्व घोषित किया तथा 2009 में यूनेस्को में शामिल किया |
- संरक्षित क्षेत्र –
- पंचमढ़ी अभ्यारण्य
- सतपुड़ा राष्ट्रीय पार्क
- बोरी अभ्यारण
- यहां पर विशाल गिलहरी पाई जाती हैं |
10. पन्ना बायोस्फीयर रिजर्व
- यह मध्य प्रदेश में विंध्य की पहाड़ियों में पन्ना और छतरपुर जिले में स्थित हैं |
- इसे 2011 में बायोस्फीयर रिजर्व घोषित किया |
- यहां से केन नदी बहती है | और केन बेतवा लिंक परियोजना भी यहीं पर स्थित है |
- संरक्षित क्षेत्र –
- पन्ना राष्ट्रीय उद्यान
- केन घड़ियाल वन्य जीव अभ्यारण
- यहां पर बाघ, चिंकारा, तेंदुआ, नीलगाय, सांभर, आदि पाई जाती है |
11. कच्छ का रण बॉयोस वर्जन
- गुजरात के कच्छ मोरबी और सुरेंद्र नगर और पाटन जिला में फैला हुआ ग्रेट रण ऑफ कच्छ बायोस्फीयर रिजर्व भारत का सबसे बड़ा है |
- इसका क्षेत्रफल 12,450 वर्ग किलोमीटर है |
- इसे 2008 में बायोस्फीयर रिजर्व घोषित किया था |
- यह गुजरात के जंगली गधों के लिए प्रसिद्ध है |
12. कोल्ड डिजर्ट बायोस्फीयर रिजर्व
- हिमाचल प्रदेश राज्य में पश्चिम हिमालय क्षेत्र में कोल्ड डेजर्ट बायोस्फीयर रिजर्व है, जिसे 2009 में घोषित किया गया |
- संरक्षित क्षेत्र –
- पिन वैली नेशनल पार्क
- किब्बेर वन्य जीव अभ्यारण
- सारचु वन्य जीव अभ्यारण
- चंद्रताल वन्य जीव अभ्यारण
- यहां पर हिम तेंदुआ पाया जाता है |
13. नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व
- यह उत्तराखंड में स्थित है जिसे 1981 में बायोस्फीयर रिजर्व और 2004 में यूनेस्को में शामिल कर लिया गया |
- इस बायोस्फीयर रिजर्व से ऋषि गंगा नदी निकलती है |
- संरक्षित क्षेत्र –
- नंदा देवी नेशनल पार्क
- फूलों की घाटी नेशनल पार्क
- यहां पर हिम तेंदुआ, हिमालयी काला भालू एवं कस्तूरी हिरन पाए जाते हैं |
14. कंचनजंगा बायोस्फीयर रिजर्व
- यह भारत के सिक्किम राज्य में स्थित है |
- यह विश्व की जैव विविधता हॉटस्पॉट (biodiversity hotspots) में शामिल हैं |
- 2018 में यूनेस्को में शामिल किया था |
- यहां पर प्रमुख रूप से हिमालयन ताहर, कस्तूरी हिरण, हिम तेंदुआ, काले हिरण, रेड पांडा, आदि पाए जाते हैं |
15. मानस बायोस्फीयर रिजर्व
- यह असम राज्य में स्थित है |
- मानस – नेशनल पार्क, टाइगर रिजर्व, एलीफेंट रिजर्व और बायोस्फीयर रिजर्व हैं |
- यहां से मानस बेरी नदी भी निकलती है |
- मुख्य रूप से यहां पर गोल्डन लंगूर और वॉटर बफैलो पाए जाते हैं |
16. डिब्रू सैखोवा बायोस्फीयर रिजर्व
- यह असम के डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया जिले में स्थित है |
- यह सबसे छोटा बायोस्फीयर रिजर्व हैं |
- यह उत्तर में ब्रह्मपुत्र और लोहित नदी तथा दक्षिण में डिब्रू नदी से घिरा हुआ है |
- यहां पर मुख्य रूप से टोपी वाला बंदर (Capped Langur) पाया जाता है |
17. नोकरेक बायोस्फीयर रिजर्व
- यह गारो पहाड़ियों पर मेघालय राज्य में स्थित है |
- यहां से गनोल डारेंग और सिमसंग नदी निकलती है |
- संरक्षित क्षेत्र – नोकरेक नेशनल पार्क |
- यहां पर एशियाई हाथी, उड़ने वाली गिलहरी, लंबी पूंछ वाला मकाक पाए जाते हैं |
18. दिहंग दिबांग बायोस्फीयर रिजर्व
- यह बायोस्फीयर रिजर्व इन अरुणाचल प्रदेश में स्थित है |
- संरक्षित क्षेत्र –
- दिबांग वन्य जीव अभ्यारण
- मौलिंग नेशनल पार्क
- यहां पर मुख्य रूप से मिश्मी ताकीन, रेड पांडा, आदि पाए जाते हैं |
यहां पर UNESCO लिस्ट में शामिल का अर्थ है - UNESCO की मैन एंड बायोस्फीयर (MAB) लिस्ट | UNESCO World Heritage की लिस्ट यहां पर दी गई हैं जरूर पढ़े |
यह भी जरूर पढ़ें –
FAQ (महत्वपूर्ण प्रश्न)
-
भारत में कितने बायोस्फीयर रिजर्व हैं ?
भारत में कुल 18 बायोस्फीयर रिजर्व हैं जिनमें से 12 को यूनेस्को द्वारा मैन एंड बायोस्फीयर (MAB) लिस्ट में शामिल किया गया है | पूरी जानकारी इस पोस्ट में दी गई है |
-
भारत का पहला बायोस्फीयर रिजर्व कौन सा है ?
भारत का पहला बायोस्फीयर रिजर्व नीलगिरी बायोस्फीयर रिजर्व है, जो तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल राज्य में फैला हुआ है | 1986 में इसे बायोस्फीयर रिजर्व घोषित किया था |
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