भारत के सभी परमाणु ऊर्जा संयंत्र (Nuclear Power Plants In India In Hindi list with details questions and pdf) संबंधित राज्य, उनकी क्षमता, आदि की पूरी जानकारी यहां दी गई है |
वर्तमान में भारत में 7 परमाणु ऊर्जा संयंत्र संचालित है, इसके अलावा काफी सारे नए परमाणु ऊर्जा संयंत्र प्रस्तावित है | इसलिए यह टॉपिक प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अति महत्वपूर्ण है |
यह आर्टिकल अति महत्वपूर्ण है, इसलिए इसे को पूरा ध्यान से जरूर पढ़ें |
भारत के परमाणु ऊर्जा संयंत्र की सूची | Nuclear Power Plant List
क्र.सं. | परमाणु संयंत्र का नाम | संबंधित राज्य |
---|---|---|
1. | कैगा परमाणु संयंत्र | कर्नाटक |
2. | काकरापार परमाणु संयंत्र | सूरत गुजरात |
3. | कुडनकुलम परमाणु संयंत्र | तमिलनाडु |
4. | कलपक्कम परमाणु संयंत्र | तमिलनाडु |
5. | नरोरा पावर प्लांट | उत्तर प्रदेश |
6. | रावतभाटा परमाणु ऊर्जा संयंत्र | कोटा राजस्थान |
7. | तारापुर परमाणु संयंत्र | महाराष्ट्र |

सभी परमाणु ऊर्जा संयंत्र
वर्तमान में भारत में 6780 मेगावाट क्षमता के साथ कुल 7 परमाणु ऊर्जा संयंत्र में 22 रिएक्टर संचालित हो रहे हैं | जबकि काफी सारे नए परमाणु संयंत्र को भी मंजूरी मिल चुकी है |
18 रिएक्टर दाबित भारी जल रिएक्टर (P.H.W.R.) हैं और 4 हल्के जल रिएक्टर (L.W.R.) हैं ।
देश की कुल विद्युत क्षमता का 3% योगदान परमाणु ऊर्जा संयंत्र देते हैं |
भारत में सभी परमाणु ऊर्जा संयंत्र का संचालन न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NPCIL) करता है | NPCIL भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग के प्रशासनिक नियंत्रण में कार्य करता है | इसकी स्थापना 1987 में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी के रूप में हुआ था |
अब सामान्य ज्ञान के सभी टॉपिक की PDFs उपलब्ध हैं | |
तारापुर
- तारापुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र का संचालन 1969 से शुरू हुआ |
- यह भारत के सबसे पुराने बिजली स्टेशनों (1st Power Plant In India) में से एक है |
- यह संयंत्र अमेरिका (USA) और अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के सहयोग से बनाया गया था |
- तारापुर संयंत्र क्वथन जल रिऐक्टर (BWR) का उपयोग करता है |
रावतभाटा
- राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में रावतभाटा में परमाणु ऊर्जा संयंत्र की शुरुआत 1970 में की गई थी |
- इस संयंत्र को कनाडा की सहायता से स्थापित किया गया है |
- इस प्लांट की क्षमता 1240 मेगावाट है |
- तारापुर के बाद यह दूसरा परमाणु संयंत्र था |
- यह प्लांट चंबल नदी पर बने राणा प्रताप सागर बांध के नजदीक स्थित है |
- यह संयंत्र प्रेशराइज्ड हैवी वाटर रिएक्टर (PHWR) आधारित है |
कलपक्कम
- कलपक्कम परमाणु ऊर्जा संयंत्र तमिलनाडु में चेन्नई के पास स्थित भारत का पहला पूर्ण स्वदेश निर्मित परमाणु संयंत्र है |
- दो इकाइयों के साथ इस संयंत्र की क्षमता 220 मेगावाट है |
- यह संयंत्र प्रेशराइज्ड हैवी वाटर रिएक्टर (PHWR) आधारित है |
- हाल ही में “यूरेनियम -233” का उपयोग करने वाला दुनिया का पहला थोरियम आधारित परमाणु संयंत्र भवानी यहां स्थापित किया जा रहा है |
नरोरा
- उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में स्थित नरोरा परमाणु ऊर्जा संयंत्र भारत का चौथा परमाणु ऊर्जा संयंत्र है |
- यह गंगा नदी के किनारे स्थित है |
- इस संयंत्र में 2 रिएक्टर हैं और कुल क्षमता 220 मेगावाट है |
- इसके पहले रिएक्टर की शुरुआत 1991 में हुई थी |
- यह संयंत्र प्रेशराइज्ड हैवी वाटर रिएक्टर (PHWR) आधारित है |
कुडनकुलम
- कुडनकुलम तमिलनाडु में स्थित भारत का सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा संयंत्र है |
- यह प्लांट 2013 में रूस की सहायता से शुरू हुआ था |
- कुडनकुलम परमाणु संयंत्र की क्षमता 2 रिएक्टर के साथ 2000 मेगावाट है |
- इस संयंत्र को न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCIL) द्वारा विकसित किया जा रहा है |
काकरापार
- काकरापार परमाणु ऊर्जा संयंत्र सूरत के नजदीक तापी नदी के किनारे गुजरात में स्थित है |
- इस प्लांट का संचालन 1991 से शुरू हुआ |
- दो रिएक्टर के साथ इसकी क्षमता 220 मेगावाट है |
- यह संयंत्र प्रेशराइज्ड हैवी वाटर रिएक्टर (PHWR) आधारित है |
कैगा
- कैगा परमाणु ऊर्जा संयंत्र कर्नाटक में उत्तर कन्नड़ जिले में काली नदी के पास स्थित है |
- इसका संचालन वर्ष 2000 से ही हो रहा है |
- इस संयंत्र में कुल 4 इकाइयां हैं |
- यह संयंत्र प्रेशराइज्ड हैवी वाटर रिएक्टर (PHWR) आधारित है |
- कैगा परमाणु ऊर्जा संयंत्र की एक तिहाई ऊर्जा कर्नाटक को प्राप्त होती है और इसके अलावा तेलंगाना आंध्र प्रदेश तमिलनाडु केरल और पुडुचेरी को भी बिजली आपूर्ति होती है |
- हाल ही में कैगा परमाणु संयंत्र ने 962 दिनों के निरंतर संचालन का विश्व रिकॉर्ड भी बनाया था |
उपरोक्त सभी परमाणु संयंत्र वर्तमान में संचालित हो रहे हैं | इसके अलावा भी कई संयंत्र को मंजूरी मिल चुकी है और वह प्रस्तावित है |
प्रस्तावित परमाणु ऊर्जा संयंत्र
हाल ही में 2023 में केंद्र सरकार ने हरियाणा के फतेहाबाद जिले के गोरखपुर में उत्तर भारत के पहले परमाणु संयंत्र को मंजूरी दी है |
इस संयंत्र में 700 मेगावाट की दो इकाइयां स्थापित की जाएगी |
इसके अलावा मध्यप्रदेश में चुटका परमाणु ऊर्जा संयंत्र को भी मंजूरी मिल चुकी है, जिसकी क्षमता 1400 मेगावाट होने वाली है |
यह परियोजना मंडला जिले में कान्हा नेशनल पार्क के पास में स्थित है | इसी कारण से इसका विरोध भी हो रहा है |
राजस्थान के बांसवाड़ा में भी परमाणु ऊर्जा संयंत्र प्रस्तावित है, जिसमें 700 मेगावाट की 4 इकाइयां स्थापित की जाएगी |
भारत और फ्रांस मिलकर महाराष्ट्र के जैतपुर में सबसे बड़े परमाणु संयंत्र पर भी काम कर रहे हैं | जैतपुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र में 1650 मेगावाट के 6 न्यूक्लियर रिएक्टर स्थापित किए जाएंगे |
इसके अलावा भारत सरकार मध्यप्रदेश के भीमपुर (700 मेगावाट के 4 रिएक्टर), आंध्र प्रदेश के कोबडा (1208 मेगावाट के 6 रिएक्टर) और पश्चिम बंगाल के हरिपुर (1,000 मेगावाट के 6 रिएक्टर) में भी परमाणु ऊर्जा संयंत्र स्थापित करना प्रस्तावित है |
परमाणु ऊर्जा संयंत्र संबंधित प्रश्न [FAQ]
भारत का पहला परमाणु ऊर्जा संयंत्र कौन सा है ?
भारत का पहला परमाणु ऊर्जा संयंत्र महाराष्ट्र के तारापुर में स्थित है | इस संयंत्र का संचालन 1970 में USA की सहायता से शुरू हुआ था |
नरोरा परमाणु ऊर्जा संयंत्र कहां पर स्थित है ?
नरोरा परमाणु ऊर्जा संयंत्र उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में स्थित है, जिसकी कुल क्षमता 220 मेगावाट है
रावतभाटा परमाणु संयंत्र कहां पर स्थित है ?
रावतभाटा परमाणु ऊर्जा संयंत्र राजस्थान के कोटा में स्थित है, जिसका निर्माण कनाडा की सहायता से किया गया है |
कुडनकुलम परमाणु संयंत्र किस देश की सहायता से बनाया गया है ?
कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र (parmanu urja sayantra) तमिलनाडु में स्थित है, जिसे रूस की सहायता से विकसित किया गया है
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