2023 के सभी जीआई टैग की सूची (GI Tag List In Hindi) तथा महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है, जो करंट अफेयर्स का महत्वपूर्ण टॉपिक है और सभी परीक्षाओं में प्रश्न पूछे जाते हैं |
महत्वपूर्ण बिंदु -
GI Tag क्या होता है ?
GI का अर्थ है – “Geographical Indication”; अर्थात भौगोलिक संकेतक, जो किसी क्षेत्र विशेष के प्रसिद्ध उत्पाद को मान्यता देने के लिए प्रदान किया जाता है | ऐसे उत्पाद जिनकी विशेषता मुख्य रूप से प्रकृति और मानवीय कारकों पर निर्भर होती हैं |GI Tag की शुरुआत 1999 से हुई थी |
GI Tag कौन देता है ? GI Tag भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय के अंतर्गत डिपार्मेंट आफ इंडस्ट्री प्रमोशन एंड इंटरनल ट्रेड की ओर से दिया जाता है | जीआई टैग हासिल करने के लिए चेन्नई स्थित डेटाबेस में आवेदन करना पड़ता है | किसी भी विशेष उत्पाद को 10 वर्षों के लिए गी टैग प्रदान किया जाता है हालांकि उसे Renew किया जा सकता है |
GI टैग के लाभ – किसी विशेष उत्पाद को GI टैग मिलने से उसकी नकल और गलत उपयोग के खिलाफ संरक्षण मिलता है तथा गुणवत्ता और प्रमाणिकता बढ़ती है इसके अलावा उसे उत्पादन से जुड़े हुए स्थानीय लोगों में रोजगार और आर्थिक लाभ मिलता है |
* नीचे सबसे पहले गी टैग की लिस्ट दी गई है जो 2023 और 2022 में प्रदान किए गए हैं | यहां पर परीक्षा की दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण GI Tag List को शामिल किया गया है | आप इस पूरी लिस्ट को ध्यान से जरूर पढ़ें
इस Topic के साथ सामान्य ज्ञान (Statics GK, Polity, Geography, History, Current Affairs) के सभी टॉपिक की PDF Bundles उपलब्ध हैं | |
GI Tag List In Hindi 2023
GI Tag Name | संबंधित राज्य | संबंधित उत्पाद की जानकारी |
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बसोहली पश्मीना क्राफ्ट | जम्मू कश्मीर | कठुआ जिले के स्थानीय शिल्पकारों द्वारा उत्तम कपड़ा |
भद्रवाहा राजमाश | जम्मू कश्मीर | डोडा जिले की प्रसिद्ध लाल सेम |
सुलाई शहद | जम्मू कश्मीर | रामबन जिले की प्रसिद्ध उत्तम स्वाद की शहद |
चोकुवा चावल | असम | मैजिक राइस के नाम से प्रसिद्ध |
चिकरी वुड क्राफ्ट | जम्मू कश्मीर | राजोरी की पहाड़ी शिल्प कला |
मुश्कबुद्जी चावल | जम्मू कश्मीर | अनंतनाग के प्रसिद्ध चावल |
याक चुरपी | अरुणाचल प्रदेश | याक के दूध से तैयार प्रोटीन |
सलेम सागो | तमिलनाडु | प्रसिद्ध साबूदाना |
मैटी केला | तमिलनाडु | कन्याकुमारी का प्रसिद्ध “बेबी बनाना” |
जडेरी नमकट्टी | तमिलनाडु | मिट्टी की उंगली के आकार की छड़ |
चेदिबुट्टा साड़ी | तमिलनाडु | हथकरघा साड़ी |
जोधपुर बंधेज | राजस्थान | कपड़ों पर रंगाई और छपाई की कला |
बीकानेर उस्ता कला | राजस्थान | ऊंट की खाल पर विशेष कारीगरी |
बीकानेर कशीदाकारी | राजस्थान | कपास, रेशम व मखमल पर महीन टांके और दर्पण कार्य |
नाथद्वारा पिछवाई | राजस्थान | श्रीनाथजी मंदिर में मूर्ति के पीछे बनी विशेष चित्रकारी |
उदयपुर कोफ्तगारी मेटल क्राफ्ट | राजस्थान | हथियारों को डिजाइन प्रक्रिया द्वारा अलंकृत |
जलेसर धातु शिल्प | उत्तर प्रदेश | धातु शिल्प और पीतल के बर्तन |
आगरा चमड़े के जूते | उत्तर प्रदेश | चमड़े के बने हुए जूते |
गोवा मनकुराड आम | गोवा | गोवा की प्रसिद्ध आम की किस्म |
गोअन बेबिंका | गोवा | गोवा की प्रसिद्ध मिठाई |
मर्चा चावल | बिहार | पश्चिम चंपारण की प्रसिद्ध चावल की किस्म |
भंडारा चिनूर चावल | महाराष्ट्र | चावल की किस्म |
लद्दाख सीबकथॉर्न | लद्दाख | लद्दाख के बेर के नाम से प्रसिद्ध है |
अत्रेयापुरम पूथारेकुलु | आंध्र प्रदेश | चावल और गुड़ से बनी मिठाई |
अमरोहा ढोलक | उत्तर प्रदेश | बकरी की खाल और लकड़ी से बना वाद्य यंत्र |
बागपत होम फर्निशिंग | उत्तर प्रदेश | होम फर्निशिंग उत्पाद |
बाराबंकी हथकरघा उत्पाद | उत्तर प्रदेश | बुनकर और करघे |
कालपी हस्त निर्मित कागज | उत्तर प्रदेश | हस्त निर्मित कागज निर्माण |
महोबा गोरा पत्थर शिल्प कला | उत्तर प्रदेश | चमकीले सफेद पत्थर पर शिल्प कला |
संभल हॉर्न क्राफ्ट | उत्तर प्रदेश | अमृत जानवर के कच्चे माल पर कलाकृति |
मैनपुरी तरकशी | उत्तर प्रदेश | लकड़ी पर पीतल का कार्य |
बनारसी पान | उत्तर प्रदेश | वाराणसी का प्रसिद्ध पान |
तेजपुर लीची | असम | तेजपुर जिले की प्रसिद्ध लीची |
शाही लीची | बिहार | मुजफ्फरपुर की प्रसिद्ध शाही लीची |
कुंबम अंगूर | तमिलनाडु | तमिलनाडु की कुंबम घाटी के प्रसिद्ध अंगूर |
कांगड़ा चाय | हिमाचल प्रदेश | यूरोपीय कमीशन द्वारा GI टैग दिया गया है |
मिथिला मखाना | बिहार | बिहार के प्रसिद्ध मिथिला मखाना |
नरसिंगपेट्टई नागस्वर्म | तमिल नाडु | शास्त्रीय पवन संगीत वाद्ययंत्र है |
कन्याकुमारी लॉन्ग | तमिलनाडु | कन्याकुमारी जिले की पहाड़ियों का प्रसिद्ध लॉन्ग |
तामेंगलोंग ऑरेंज | मणिपुर | तामेंगलोंग की पहाड़ियों के प्रसिद्ध बड़े संतरे |
सिराराखोंग मिर्च | मणिपुर | हाथी मिर्च नाम से प्रसिद्ध उखरुल जिले में उत्पादित |
वाडा कोलम चावल | महाराष्ट्र | पालघर जिले के के प्रसिद्ध चावल जिसे झिनी चावल कहते हैं |
अलीबाग के सफेद प्याज | महाराष्ट्र | रायगढ़ जिले के प्रसिद्ध मीठे स्वाद के, बिना आंसू वाले ब्याज |
मिहिदाना | पश्चिम बंगाल | वर्धमान जिले की प्रसिद्ध मिठाई, जिसे बहरीन में निर्यात की गई |
सोजत मेहंदी | राजस्थान | पाली जिले में वर्षा द्वारा प्राकृतिक मेहंदी उत्पादन |
जुडिमा राइस वाइन | असम | दिमासा समुदाय द्वारा बनाया गया पेय पदार्थ |
* इस लिस्ट को समय-समय पर Update किया जाता रहता है, इसलिए Telegram से जुड़ जाइए और यहां क्लिक करके इस टॉपिक के साथ सभी टॉपिक की PDF Download करें |
जम्मू कश्मीर के GI Tag
- बसोहली पश्मीना क्राफ्ट
- कठुआ जिले के स्थानीय शिल्पकारों द्वारा उत्तम कपड़ा है |
- इंसुलेशन तथा सर्दियों के लिए विशेष उपयोगी हैं |
- भद्रवाहा राजमाश
- डोडा जिले की प्रसिद्ध लाल सेम के नाम से प्रसिद्ध है |
- सुलाई शहद
- यह रामबन जिले की प्रसिद्ध शहद है |
- प्रधानमंत्री मोदी ने 2015 में इसे क्वीन एलिजाबेथ को भेंट दिया था |
- मुश्कबुद्जी चावल
- मुश्कबुद्जी चावल, मुख्य रूप से जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले का मुख्य धान है |
- यह चावल अपने स्वाद और सुगंधित खुशबू के कारण प्रसिद्ध है |
- चिकरी वुड क्राफ्ट
- चिकरी वुड क्राफ्ट, राजौरी जिले की पहाड़ियों में लोगों की उत्तम शिल्प कला का प्रमाण है |
राजस्थान के GI Tag
- जोधपुर बंधेज
- जोधपुर जिले की प्रसिद्ध बंधेज में कपड़ों पर विभिन्न प्रकार की रंगाई और छपाई की कलाकृति की जाती है |
- कपास, ऊन, रेशम द्वारा विभिन्न प्रकार के कपड़े बनाए जाते हैं |
- बीकानेर उस्ता कला
- राजस्थान के बीकानेर जिले में ऊंट के शरीर पर विभिन्न कलाकृतियां बनाई जाती हैं |
- इसे मुन्नवती के नाम से भी जाना जाता है |
- बीकानेर उस्ता कला के प्रसिद्ध कलाकार हिसामुद्दीन थे जिन्हें 1986 में पद्मश्री मिला था |
- Note – राजस्थान के बीकानेर में प्रत्येक वर्ष ऊंट महोत्सव मनाया जाता है |
- बीकानेर कशीदाकारी
- बीकानेर जिले में मुख्यतः मेघवाल समुदाय द्वारा सुई-धागे से कपड़े पर कांच से बारीक कशीदाकारी की जाती है |
- नाथद्वारा पिछवाई
- यह मुख्य रूप से राजसमंद जिले के नाथद्वारा श्रीनाथजी मंदिर में पाई जाती हैं |
- पिछवाई धार्मिक कपड़े की पेंटिंग है, जिसे मूर्तियों के पीछे रखा जाता है |
- उदयपुर कोफ्तगारी मेटल क्राफ्ट
- राजस्थान के उदयपुर जिले में यह मुख्य रूप से हथियारों के पीछे सोने और चांदी के सिक्कों की जटिल कलाकृति है |
- सोजत मेहंदी
- पाली जिले में प्राकृतिक रूप से वर्ष में मेहंदी के पौधे उगाए जाते हैं |
उत्तर प्रदेश के GI Tag
- जलेसर धातु शिल्प
- एटा जिले के जलेसर शहर में एक जटिल धातु शिल्प है |
- इस शिल्प कला में पीतल के बर्तन जैसे घुंघरू और घंटियां आदि सजावटी वस्तुओं का उत्पादन किया जाता है |
- आगरा चमड़े के जूते
- आगरा शहर में चमड़े के बने हुए जूते को GI टैग प्रदान किया गया है |
- अमरोहा ढोलक
- प्राकृतिक लकड़ी से तैयार किया गया संगीत वाद्य यंत्र है |
- आमतौर पर बकरी की खाल से ढोल बनाया जाता है |
- बागपत होम फर्निशिंग
- बागपत और मेरठ हथकरघा होम फर्निशिंग के लिए प्रसिद्ध है |
- बुनाई प्रक्रिया में सूती धागे और मुख्य रूप से फ्रेम करघे पर किए जाते हैं |
- बाराबंकी हथकरघा उत्पाद
- कालपी हस्त निर्मित कागज
- महोबा गोरा पत्थर शिल्प कला
- चमकदार सफेद रंग के पत्थर पर अद्वितीय हस्तशील का उपयोग किया जाता है |
- मैनपुरी तरकशी
- मैनपुरी तरकशी लोकप्रिय कल है जिसमें लकड़ी पर पीतल के तार का काम किया जाता है |
- लकड़ी के सैंडल इसका अच्छा उदाहरण है |
- संभल हॉर्न क्राफ्ट
- संभल हॉर्न क्राफ्ट में मृत जानवरों के कच्चे माल से हस्त निर्मित शिल्प कला की जाती है |
बिहार के GI Tag
- मर्चा चावल
- यह चावल की किस्म मुख्य रूप से पश्चिम चंपारण जिले में उगाई जाती है |
- काली मिर्च की तरह दिखने वाली यह किस्म अपने सुगंधित स्वाद के लिए प्रसिद्ध है |
- मिथिला मखाना
तमिलनाडु के GI Tag
- सलेम सागो
- तमिलनाडु के सलेम जिले में भारत का 80% साबूदाना उत्पादन किया जाता है |
- सलेम सागो को स्थानीय रूप से जाववारिसी के नाम से जाना जाता है |
- मैटी केला
- कन्याकुमारी जिले की मूल किस्म “मैटी केला” को GI टैग दिया गया है |
- इसे बेबी बनाना के नाम से जाना जाता है, क्योंकि यह शिशुओं द्वारा सुरक्षित रूप से खाया जा सकता है |
- जडेरी नमकट्टी
- यह मिट्टी की सफेद रंग की उंगली के आकार की छड़ी है |
- इसका उपयोग मूर्तियां, पुरुषों और मंदिर के हाथियों के माथे को सजाने के लिए किया जाता है |
- चेदिबुट्टा साड़ी
- पौधे और फूलों की आकृति वाले हथकरघा साड़ी है |
- यह रेशम और सूती के मिश्रित कपड़े में डिजाइन की जाती है |
असम के जीआई टैग
- चोकुवा चावल
- असम के चोकोबार चावल को मैजिक राइस के नाम से जाना जाता है |
- यह ब्रह्मपुत्र नदी क्षेत्र में तिनसुकिया, डिब्रुगढ़ जिलों में उगाई जाती हैं |
- जुडिमा राइस वाइन
अरुणाचल प्रदेश के जीआई टैग
- याक चुरपी
- अरुणाचल में हिमालय की ऊंचाइयों में पाए जाने वाले अरुणाचल याक के दूध से तैयार प्राकृतिक रूप से पनीर ‘चुरपी‘ को GI Tag दिया गया है |
- प्रोटीन युक्त प्राकृतिक पनीर अरुणाचल प्रदेश के आदिवासियों का मुख्य आहार है |
गोवा के GI Tag
- गोवा मनकुराड आम
- मनकुराड आम गोवा राज्य की प्रसिद्ध आम की किस्म है |
- यह अपने स्वाद के कारण भारत में सर्वश्रेष्ठ आम की किस्म मानी जाती है |
- गोअन बेबिंका
- यह गोवा राज्य की प्रसिद्ध मिठाई है |
- इसे यह पारंपरिक इंडो-पुर्तगाली का मिश्रण है जिसे “गोवा की मिठाई की रानी” कहां जाता है |
- खाजे
- हरमल मिर्च
- मिन्दोली केला (मोयरा केला)
महाराष्ट्र के GI Tag
- भंडारा चिनूर चावल
- वाडा कोलम चावल
- अलीबाग के सफेद प्याज
GI Tag List 2023 FAQ
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पहला GI Tag किसे दिया गया था ?
दार्जिलिंग चाय पश्चिम बंगाल को भारत में पहली बार GI Tag दिया गया था |
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जीआई टैग की शुरुआत कब हुई थी ?
Geographical Indications of Goods (Registration and Protection) Act 1999 के द्वारा GI टैग की शुरुआत 1999 में हुई थी | लेकिन, पहली बार जीआई टैग 2003 में दिया गया था |
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अमरोहा ढोलक किस राज्य का GI टैग है ?
बकरी की खाल और लकड़ी से बना वाद्य यंत्र अमरोहा ढोलक उत्तर प्रदेश का प्रसिद्ध वाद्य यंत्र है, जिसे हाल ही में जीआई टैग दिया गया है |
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किस राज्य के मिथिला मखाना को GI Tag दिया है ?
बिहार के मिथिला मखाना को हाल ही में GI Tag दिया गया है |
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कांगड़ा चाय किस राज्य से संबंधित है ?
हिमाचल प्रदेश की कांगड़ा चाय को यूरोपीय कमीशन द्वारा GI Tag प्रदान किया गया है |
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